भोजन तो दूर स्वल्पाहार भी नही करवाया, सुबह 11 बजे से दोपहर 3 बजे तक भूखे रहे बच्चे
अलीराजपुर। जिला शिक्षा केन्द्र के निर्देशानुसार प्राथमिक से मिडिल स्तर के बच्चों की तार्किक क्षमता बढ़ाने के लिए ओलंपियाड की परीक्षा जिले में मंगलवार को आयोजित की गई थी। इस परीक्षा में शामिल होने वाले बच्चों को भोजन भी कराया जाना था व लाने ले जाने के शासन स्तर से निर्देश थे। उसके बावजूद सुबह 11 बजे से शुरू परीक्षा से पहले बच्चों को भोजन तो दूर स्वल्पाहार (नास्ता) तक नसीब नहीं हुआ। वही दुकानों से बिस्किट व अन्य स्नैक्स आइटम खरीदकर खाते हुवे दिखाई दिए। तो कई बच्चे भूखे ही परीक्षा में शामिल हुए।
जोबट ब्लॉक में कई परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा में भाग लेने वाले बच्चों को भोजन उपलब्ध नहीं हुआ। यह बात बीआरसी भी स्वीकार रहे हैं। उधर, परीक्षा के प्रबंधक में कई गड़बड़ियां देखने को मिली परीक्षाओं के आयोजन को देखने के लिए किसी भी शिक्षा विभाग के अधिकारी ने भ्रमण नहीं किया। दूसरी ओर जोबट ब्लॉक की बात करें तो यहां करीब 3662 विद्यार्थियों ने परीक्षा दी है। इनमें से प्रत्येक संकुल केंद्र पर तकरीबन 500 से 600 बच्चे शामिल हुवे। ओलंपियाड जैसी महत्वपूर्ण परीक्षाओं के आयोजन के सही प्रबंधन की मुख्य जिम्मेदारी बीआरसी की थी।
परीक्षा को लेकर दूर दुराज से केंद्रों पर पहुचे बच्चे काफी उत्साहित थे। क्योंकि बच्चों में इस तरह की परीक्षा में बैठने का पहला अनुभव था। ओलंपियाड परीक्षा बच्चों को अपनी प्रतिभा दिखाने व जांचने का बेहतरीन प्लेटफॉर्म है। यह परीक्षा किसी भी प्रतियोगी परीक्षा का पूर्वाभ्यास भी है। इससे बच्चों में निश्चित ही प्रतियोगी परीक्षा के प्रति रुचि बढ़ेगी। वही शासन के निर्देशों का पालन भी बच्चों के लिए नही किया गया।
वर्जन- मामले में जब जोबट बीआरसी प्रवीण प्रजापत से चर्चा की गई तो उन्होंने कहा प्रति विद्यार्थी 30 रुपये मिलते हैं, इतने कम पैसे में हर विद्यार्थी को भोजन उपलब्धि नहीं कराया जा सकता।