परिजन बोले- हमें जानकारी नहीं कहां गया है, एसपी बोले- हमारे पास कोई जानकारी नहीं है
विशाल चौहान।
झाबुआ जिले के छोटे से गांव दूधी के सोशल मीडिया व्लोगर राहुल बामनिया मलेशिया की राजधानी कुआलालंपुर में फंस गए हैं। वो मलेशिया, इंडोनेशिया और थाईलैंड की यात्रा के लिए 17 तारीख को कुआलालंपुर पहुंचे थे। यहां एयरपोर्ट से ही सुरक्षा अधिकारियों ने एक जगह नजरबंद कर दिया। रविवार को उन्होंने एक वीडियो भेजकर ये जानकारी दी। विदेश मंत्रालय से मदद मांगी गई है।
इधर, एसपी ने कहा है कि उन्हें औपचारिक रूप से हमारे पास कोई जानकारी नहीं है। वहीं परिजन का कहना है कि राहुल अचानक से कही भी चला जाता है जिसकी जानकारी उन्हें नहीं होती है।
सोशल मीडिया के एक प्लेटफार्म पर राहुल के करीब 3.85 लाख फॉलोअर हैं। वो आदिवासी संस्कृति पर वीडियो बनाने के साथ जगह-जगह घूमकर ट्रेवल ब्लॉगिंग करते हैं। राहुल अब तक 27 राज्यों की यात्रा कर चुके हैं। पिछले दिनों दुबई की यात्रा करके लौटे थे। इस बार तीन देशों में जाकर ब्लॉग बनाने वाले थे। राहुल ने वीडियो में बताया कि एयरपोर्ट से ही अथॉरिटीज ने उन्हें नजरबंद कर दिया। जहां वो तीन दिन से एक ही जगह हैं। लाइव लोकेशन भी बताई है। आखिरी में युवक ने भारतीय एजेंसियों से रिक्वेस्ट करते हुए कहा कि, यहाँ का इमिग्रेशन कानून बहुत सख्त है। मैं जल्द से जल्द भारत लौटना चाहता हूँ। इसी जगह सीरिया का एक व्यक्ति 15 दिनों से और सूडान का एक व्यक्ति 20 दिनों से उसी जगह है। राहुल ने कहा, वो काफी डरे हुए हैं। तीन दिनों से कोई जवाब नहीं मिल रहा। इमिग्रेशन पर सारी औपचारिकताएं पूरी की गई। दस्तावेज भी सारे पूरे हैं।
हमारे स्तर पर जो कर सकते हैं वो वो कर रहे हैं- मामले में झाबुआ एसपी पद्म विलोचन शुक्ल ने कहा कि राहुल बामनिया को लेकर औपचारिक रूप से हमारे पास कोई जानकारी नहीं है। वीडियो आने के बाद कालीदेवी थाने से उसके परिवार के पास लोगों को भेजा गया है। इस मामले में जो भी हमारे स्तर से किया जा सकता है वो करने का प्रयास कर रहे हैं।
कहां गया है और कब लौटेगा हमें जानकारी नहीं होती- राहुल को लेकर कालीदेवी थाना प्रभारी की परिवार वालों से चर्चा हुई है। परिवार वालों का कहना है कि उन्हें इस बारे में जानकारी नहीं है। राहुल अक्सर अचानक से कुछ-कुछ दिनों के लिए कहीं चला जाता है। सामान्य रूप से उन्हें इसकी जानकारी नहीं होती कि वह कहां गया है और कब लौटेगा।