अलीराजपुर। जयेश मालानी। जिले के सबसे महत्वपूर्ण मंदिरो में एक श्री चारभुजा धाम के नाम से प्रसिद्ध बड़ी खट्टाली में डोल ग्यारस पर्व को लेकर स्थानीय लोगो मे उत्साह का माहौल है। पर्व दिनांक 14 सितम्बर को है। पर्व को लेकर तैयारियां भी जोर शोर से चल रही है। कार्यक्रम की रूपरेखा बन रही है। वही दूसरी ओर रोज महोत्सव समिति की बैठकों के दौर भी चल रहे है। उत्सव के निमंत्रण भी भेजने का दौर चालू हो चुका है। क्षेत्र की लोकप्रिय भजन समिति श्री हरि सत्संग समिति भी अपने स्तर से आयोजन को लेकर काफी सक्रिय होकर आयोजन को सफल बनाने में जुट चुकी है।
वही ग्राम सरपंच चेनसिंह डावर भी अपनी पंचायत को श्रेष्ठ बनाने की चाह में गांव की स्वच्छता की ओर विशेष रूप से सक्रिय व दूसरी व्यवस्थाओ को लेकर भी जागरूक दिखाई दे रहे है। महोत्सव की तैयारियाँ अपने अंतिम चरण में है। कार्यकर्ताओ खाशा उत्साह देखने को मिल रहा है। महोत्सव पूरे क्ष्रेत्र हि नही अपितु आसपास के राज्यो में भी अपनी अलग पहचान बना चुका है। ऐसी मान्यता है कि जो भक्त सच्ची श्रध्दा से इस दिन प्रभु श्रीचारभुजा नाथजी से मनोकामता मांगता है वो प्रभु शीघ्र पूरी करते है। कई जगहों से लोग हजारो की संख्या में पेदल चारभुजा धाम आते है। आयोजन स्थल के मेला ग्राउंड पर झूले वालो ने अभी से आना प्रारम्भ कर दिया है।
आयोजन में आकर्षण विशेष-
- यहां पर प्रसादी (मठड़ी सागर लड्डू) श्री सांवरिया सेठ राजस्थान से आये कारीगरों द्वारा तैयार की जाती है।
- भगवान श्रीचारभुजा नाथ जी की इस दिन 07 समय अलग अलग आरतियां उतारी जाती है।
- हर आरती में भगवान को अलग अलग स्वरूपो में श्रृंगार किया जाता है।
- भगवान के चल समारोह में हाथी घोड़ा बग्गी बेंड ढोल डीजे पूरे चल समारोह में पुष्प वर्षा नगर में भक्तों द्वारा अलग अलग स्थानो पर स्वागत किया जाता है।
- महाआरती के बाद महा प्रसादी का वितरण।
- शायं काल में महाआरती के बाद श्री हरि सत्संग समिति के तत्वाधान में राजस्थान से आये विशेष मेहमान मनोज खींची राजस्थानी श्री म्यूजिकल ग्रुप कोटड़ी द्वारा भजन संध्या का आयोजन।
- भगवान की शयन आरती के बाद केशरिया दूध प्रसादी।
- सर्व समाज जिसमे सभी समाज के लोग अपनी सहभागिता निर्वाहम बखूबी अच्छे से करते है।