मध्यप्रदेश। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव रविवार दोपहर एक कार्यक्रम में शामिल होने खंडवा जिले के खालवा ब्लॉक में पहुंचे। इस दौरान सीएम ने मंच से संबोधित करते हुए कई जिले के साथ ही प्रदेश के लिए कई बड़ी घोषणाएं भी कीं। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा, प्रदेश के जनजातीय स्टूडेंट्स को भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर और उज्जैन संभागों में नीट, जेईई, क्लैट की फ्री कोचिंग दी जाएगी।
सीएम रविवार को खंडवा के खालवा में जनजातीय छात्र प्रोत्साहन एवं सम्मान समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा, ‘आकांक्षा योजना के तहत प्रदेश के अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति वर्ग के छात्र-छात्राओं को राष्ट्रीय स्तर की प्रवेश परीक्षा जैसे- जेईई (जॉइंट एंट्रेंस एग्जामिनेशन), नीट (नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट), एम्स (ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस) और क्लैट (कॉमन लॉ एडमिशन टेस्ट) के लिए फ्री कोचिंग फैसिलिटी दी जा रही है। प्रदेश के 5 बड़े नगरों भोपाल, इंदौर, उज्जैन, जबलपुर और ग्वालियर में स्टूडेंट्स फ्री कोचिंग कर सकेंगे।’
सीएम ने कहा, ‘जिन बच्चों की पूरी व्यवस्था करना है, मैं यहीं से घोषणा करता हूं कि कोचिंग क्लास में जाना, आपका पैसा हमारी सरकार भरेगी।’
केबीसी में 50 लाख जीतने वाले आदिवासी युवक का सम्मान-
सीएम ने कार्यक्रम में कौन बनेगा करोड़पति शो में 50 लाख रुपए जीतने वाले बंटी वाडिया का सम्मान किया। दैनिक भास्कर से बातचीत में वाडिया ने कहा, ‘सीएम ने मुझे आगे की पढ़ाई के लिए स्कॉलरशिप के लिए सिलेक्ट किया है।’ आदिवासी समाज से आने वाले बंटी ने घर में ही प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी की। जब केबीसी के लिए सिलेक्ट हुए, तो बैंक अकाउंट में सिर्फ 240 रुपए ही थे।
क्या है आकांक्षा योजना- आकांक्षा योजना अनुसूचित जनजाति वर्ग के ऐसे स्टूडेंट्स के लिए शुरू की गई है, जो जेईई, नीट और क्लैट की प्रतियोगी परीक्षाओं में आवेदन करना चाहते हैं। इस योजना को 2018-19 में जनजातीय विद्यार्थियों के लिए शुरू किया गया था। कोरोना काल में इसे बंद कर दिया गया था। इसे फिर से शुरू कर इसका दायरा बढ़ाने का प्लान है।