अच्छी खबर, यात्रियों को मिलेगी राहत….
विजय मालवी। राज्य सरकार पुनः प्रदेश में सड़क परिवहन सेवा शुरू करने जा रही है। प्रयोग के तौर पर इसे उज्जैन जिले में प्रारंभ किया जायेगा। साथ ही आदिवासी बहुल जिलों के अलावा अन्य प्रांतों के लिए अंतरराज्यीय बसें चलाने की भी शासन की मंशा है। प्रदेश के मुख्य सचिव अनुराग जैन ने पिछले दिनों इस मुद्दे को लेकर परिवहन विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की। परिवहन विभाग के अधिकारियों के अनुसार वर्ष 2028 में उज्जैन में होने वाले महाकुंभ को देखते हुए प्रयोग के तौर पर यहाँ लोक परिवहन सुविधा प्रारंभ करने पर विचार हो रहा है। अधिकारियों ने बताया कि अगर प्रयोग सफल रहा तो सिंहस्थ से पहले अन्य जिलों में भी यह सेवा शुरू की जा सकती है। लगभग 20 साल बाद प्रदेश में सड़क परिवहन सेवा चालू होने की खबर से यात्रियों में हर्ष की लहर छा गई। मप्र में सड़क परिवहन सुविधा को पुनर्जीवित करने की दिशा में हुडको की महत्वपूर्ण भूमिका रही। भारत सरकार के शहरी विकास मंत्रालय के उपक्रम हुडको ने मप्र सरकार को गत दिनों एक बड़ा प्रस्ताव दिया था। जिसके मुताबिक मप्र में बसें खरीदने, अलग-अलग स्थानों पर बस अड्डे बनाने, बसों की मरम्मत करने के साथ ही डिपो बनाने के लिए कर्ज देने की बात कही गई है।
यात्रियों को मिलेगी बेहतर सुविधा- लोगों को बेहतर परिवहन सुविधा मुहैया हो इस हेतु हुडको मप्र की मोहन सरकार को ऋण देने को तैयार है। वहीं अपनी वित्तीय क्षमता के आधार पर सरकार 15 से 20 साल में उक्त कर्ज चुका सकती है। मुख्यमंत्री यादव की मंशा भी मप्र में लोक सड़क परिवहन को पुनर्जीवित करने की है। हुडको के इस आशय के प्रस्ताव से मुख्यमंत्री की भावना को भी बल मिला। अब महज मुख्यमंत्री मोहन यादव की ओर से हरी झंडी मिलना बाकी है।
सिंहस्थ से पूर्व दौड़ेगी बसें- हालांकि परिवहन विभाग सिंहस्थ से पहले बसें शुरू करने की कोशिश में जुट गया है। प्रदेश में राज्य सड़क परिवहन सेवा के पुनर्जीवित होने की सम्भावना नजर आने लगी है। अगर ऐसा होता है, तो यात्रियों को बेहतर परिवहन सुविधा उपलब्ध हो सकेगी। साथ ही निजी बस संचालकों की मनमानी पर कुछ हद तक अंकुश लगेगा।प्रदेश में राज्य सड़क परिवहन की बसें बंद होने के बाद निजी बस आपरेटरों के मनमाने रवैये के चलते यात्रियों की फजीहत होती गई। निजी बस संचालक मुसाफिरों की सुख सुविधा को नजरअंदाज कर अपना ही हित साधते में जुटे रहे। निजी बसों में लोगों के साथ दुर्व्यवहार की घटनाएँ भी सामने आई।