मप्र की राजस्थान व महाराष्ट्र से बढ़ेगी कनेक्टिविटी, इंदौर-मनमाड़ लाइन का फाइनल लोकेशन सर्वे पूरा
विशाल चौहान। मध्यप्रदेश की राजस्थान और महाराष्ट्र से रेल कनेक्टिविटी और बढ़ने जा रही है। माध्यम बनेगी मंदसौर से बांसवाड़ा और अलीराजपुर से खंडवा तक बिछाई जाने वाली 370 किलोमीटर लंबी नई ब्रॉडगेज रेल लाइन। इसका फायदा मप्र के अलीराजपुर, झाबुआ, बड़वानी, खरगोन, खंडवा, मंदसौर और राजस्थान के प्रतापगढ़ व बांसवाड़ा समेत प्रस्तावित रेल लाइन के आसपास रहने वाली 28 लाख से ज्यादा आबादी को मिलेगा।
इधर, इंदौर-मनमाड़ रेल लाइन का फाइनल लोकेशन सर्वे पूरा हो गया है। 309 किमी लंबा ट्रैक इंदौर, धार, बड़वानी, खरगोन जिले से होकर गुजरेगा। खास बात ये है कि इन नई रेल लाइनों से अब तक अछूता आदिवासी अंचल सीधे रेल नेटवर्क से जुड़ जाएगा। ट्रेनें चलने से आदिवासी अंचल भी विकास की रफ्तार पकड़ लेगा।
रेल मंत्रालय द्वारा विविध व्यथ (सामान्य) मद में बजट आवंटन के बाद रेलवे ने फाइनल लोकेशन सर्वे (एफएलएस) शुरू कर दिया है। इसके पूरा होते ही एस्टीमेट समेत डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट बनाकर रेल मंत्रालय को भेजी जाएगी। अगले बजट में इन नई रेल लाइनों के लिए पैसा मिल जाएगा। खेमराज मीणा ने बताया कि मंडल में कई नई रेल परियोजनाओं पर काम चल रहा है। मकसद ज्यादा से ज्यादा इलाकों के लोगों को रेल कनेक्टिविटी उपलब्ध कराना है।
नई ब्रॉडगेज लाइनें….
पहली कहां से कहां तक : मंदसौर से बांसवाड़ा लंबाई: 120 किमी, कहां से गुजरेगी प्रतापगढ़, घाटोल होकर कनेक्टविटी – रतलाम बांसव बांसव रेल लाइन डल रही है। मंदसौर- सिवाड़ा लाइन बिछने से मंदसौर सीधे डूंगरपुर और दिल्ली-मुंबई रेल लाइन से जुड़ जाएगा।
दूसरी कहां से कहां तक : अलीराजपुर से खंडवा लंबाई- 250 किमी कहां से गुजरेगी-बड़वानी, जुलवानिया, खरगोन होकर कनेक्टिविटी- इंदौर-दाहोद रेल लाइन धार से गुजरेगी। धार-अलीराजपुर-छोटा उदयपुर रेल लाइन बिछ रही है। खंडवा-अलीराजपुर नई रेल लाइन से पूरा आदिवासी अंचल मुख्य रूट से जुड़ जाएगा।
अभी काम चल रहा है….
इंदौर-दाहोद रेल कनेक्टिविटी : यह लगभग 206 किमी लंबी रेल लाइन है। वर्तमान में धार के पास नौगांवा में लाइन बिछाई जा रही है। इसके लिए हाल ही में 600 करोड़ मिले हैं। इस प्रोजेक्ट को 2027 तक पूरा करने का लक्ष्य है।
धार-छोटा उदयपुर रेल कनेक्टिविटी : इसकी लंबाई करीब 145.7 किमी है। वर्तमान में इसका काम भी तेजी से चल रहा है। यह पश्चिम रेलवे का प्रोजेक्ट है। डेडलाइन मार्च 2027 है।