एक कैशियर के भरोसे पूरी बैंक चल रही
अलीराजपुर। जिले के ग्राम बड़ी खट्टाली में शुक्रवार दोपहर पश्चात मध्यप्रदेश ग्रामीण बैंक के जिला रिजनल ऑफिसर रविन्द्र कुमार शुतार एवं जिला अधिकारी दिलीप चौहान ने सयुंक्त बैठक ली।
उक्त बैठक में जब मध्यप्रदेश ग्रामीण बैंक के जिला अधिकारी ने ग्राहकों से जानना चाहा कि क्या-क्या समस्या है, तो ग्राहकों ने ग्रामीण बैंक में पदस्थ मैनेजर सतीश कालमे के प्रति जमकर असन्तोष व्यक्त किया। बताया कि उक्त मैनेजर का व्यवहार संतोषजनक नही है। वही अनेक उपभोक्ताओं ने रिजनल ऑफिसर को भी बताया कि बैंक में डिपाजिट राशि जोकि 7 लाख ही है उसे बढ़ाकर 15 लाख की जावे। साथ ही सेविंग एवं करंट खातो से राशि आहरण करने पर जो टीडीएस टेक्स लग रहा है उसे हटाया जाने की मांग की। कई ग्राहकों ने बताया कि बैंक में प्रयाप्त राशि नही होने के कारण समय पर भुगतान नही होता है। कई ग्राहकों ने बताया कि बैंक से उन्होंने अपनी डिपॉजिट राशियां भी हटाई है।
ज्ञात रहे कि बैंक रात्रि को 9 बजे तक प्रायः खुली रहती है जिसके कारण कभी भी कोई घटना हो सकती है। इस बैंक में स्टाफ की भारी कमी है। एक कैशियर के भरोसे पूरी बैंक चल रही है। ग्रामीण बैंक के मैनेजर प्रायः दौरा बताकर बैंक में उपलब्ध नही रहते है। जिसके कारण ग्राहकों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीण बैंक में प्रायः लिंक बन्द होना आम बात है। उक्त बैंक में समय पर लोन स्वीकृत नही होते है। ग्रामीण बैंक मैनेजर को इस क्षेत्र की भाषा की जानकारी नही होने से वे संतोषजनक जवाब नही दे सकते है।
आपको बतादे की ग्राहक रमेश मेहता जिन्होंने 27 मार्च 24 को 2 लाख की राशि के आहरण का एक चेक बैंक में दिया था। लेकिन उक्त शाखा में 27 मार्च से 4 मार्च तक भुगतान नही हुआ था। जिसकी शिकायत ग्राहक रमेश मेहता ने जिला अधिकारी माहेश्वरी को दूरभाष पर की थी। जिसके बाद तत्काल मामले को संज्ञान में लेकर उन्होंने 4 मार्च की शाम को भुगतान कराया। उक्त बैंक में प्रायः राशि का अभाव रहता है। सरपंच चेनसिंह डावर, अशोक माहेश्वरी, मफत लड्ढा, विजय मालवी, ऋषि मालानी आदि ने विभिन्न समस्याओं से अवगत कराया। सभी समस्याओ को सुनने के बाद रिजनल मैनेजर रविन्द्र कुमार शुतार झाबुआ ने बैंक मैनेजर के व्यवहार पर खेद व्यक्त किया एवं कहा कि भविष्य में ऐसी समस्याए उत्पन्न नही होगी।
अनेक ग्राहकों ने ग्रामीण बैंक में पदस्थ मैनेजर की कार्यप्रणाली पर असन्तोष व्यक्त किया। एक ग्राहक ने तो रिजनल मैनेजर को बताया कि उक्त बैंक मैनेजर ग्राहकों से कहता है कि तुम्हे जहा शिकायत करना हो वहां पर शिकायत करो। कुछ ग्राहकों ने बताया कि वे शीघ्र ही उक्त ग्रामीण बैंक के मैनेजर की कार्यप्रणाली की शिकायत एवं समय पर राशि का भुगतान नही होने की शिकायत ग्रामीण बैंक के हेड ऑफिस इंदौर को लिखित रूप में करेंगे एवं एक प्रतिनिधि मंडल हेड ऑफिस इंदौर पहुचकर ग्राहक व जनप्रतिनिधि मिलकर शिकायत भी करेंगे। इस अवसर पर ग्राहकों ने एटीएम मशीन लगाने की भी मांग की। सरपंच चेनसिंह डावर ने जिला अधिकारी को अवगत कराया कि कियोस्क सेंटरो पर जो असुविधाए हो रही है उसे भी दुरुस्त करने की मांग की। बैठक में ग्रामीण बैंक के मैनेजर सतीश कालमे के खिलाफ एवं उनके व्यवहार पर जमकर असंतोष व्यक्त किया गया।
शनिवार को जब समाचार प्रतिनिधि बैंक पहुचे तो देखा कि कुछ ग्रामीणों की भीड़ जमा थी। बताया गया कि मध्यप्रदेश ग्रामीण बैंक द्वारा शुक्रवार एवं शनिवार मृतकों के परिजनों के भुगतान हेतु तय किया गया है। लेकिन शनिवार को ग्राम चमारबेगडा के हितग्राही बैंक में भुगतान प्राप्त करने हेतु भटकते दिखाई दिए गए क्योंकि आज भी मैनेजर दौरे पर निकल गए थे। हितग्राही बिना पैसे के निराश होकर लौट जा रहे हैं।
शुक्रवार को हुई बैठक में ग्राम पंचायत बड़ी खट्टाली सरपंच चेनसिंह डावर, पूर्व सरपंच भारतसिंह, दुदलवाट सरपंच कमालसिंह, पंचायत प्रतिनिधि रमेश मेहता, विजय मालवी एवं सामाजिक अशोक परवाल, मफत लड्ढा, ऋषि मालानी, प्रतापसिंह मसनी, दिनेश डुडवे सहित अनेक ग्राहक व समुह की महिलाएं उपस्थित थी।