कौन हमारे साथ है.. चारभुजा के नाथ है’ के जयघोष से श्री चारभुजा मंदिर प्रांगण अल सुबह से ही गूंजने लगा था।
अलीराजपुर। विशाल चौहान। जिले के सबसे बड़े धार्मिक महोत्सव डोल ग्यारस पर्व पर ‘आलकी की पालकी जय कन्हैयालाल की…’ तथा ‘कौन हमारे साथ है.. चारभुजा के नाथ है’ के जयघोष से बड़ी खट्टाली का श्री चारभुजा मंदिर प्रांगण अल सुबह से ही गूंजने लगा था। ऐसा इसलिए क्योकि जिले के सबसे बड़े आयोजन डोल ग्यारस पर्व का ग्राम खट्टाली में श्रद्धालु इस कदर उमड़े की गांव छोटा पड़ने लगा था। श्रद्धालु श्री चारभुजानाथ के चरणों में मस्तक झूकाकर स्वयं को धन्य महसूस कर रहे थे।
जिले के एकमात्र श्री चारभुजा मंदिर पर कार्यक्रम की शुरुआत सुबह 6 बजे मंगला आरती से हुई। इसके बाद भजन कीर्तन करते हुए श्रद्धालुओं ने प्रभात फेरी निकाली। सुबह से ही आसपास के क्षेत्र से श्रद्घालुओं का आना शुरू हो गया था। श्रृंगार आरती के बाद दोपहर होते-होते श्रद्घालुओं का सैलाब हिलोरे लेने लगा। ध्वजारोहण के समय क्षेत्र से निकलने वाली पैदल यात्राओं का ग्राम प्रवेश शुरू हो चुका था। दोपहर को हुए ध्वजारोहण कार्यक्रम में ग्रामीणों ने 11 हर्ष फायर कर ध्वज की वंदना की और फिर राजभोग आरती हुई पश्चात नन्द उत्सव मनाया गया। जिसमे श्रद्धालुओं ने बधाई गीत गाकर जमकर नृत्य किया। वही इस आरती का खास आकर्षण भगवान को फलाहारी छप्पन-भोग रहा। यह भोग ग्राम के अनेक घरों में तैयार होता है तथा इसके लिए समिति द्वारा व्यंजन की चिट्ठीयां निकालकर फिर भोग बनाया जाता है। शाम लगभग 4 बजे उत्थान आरती हुई। इसके बाद मुख्य आयोजन शुरू हुआ। इसमें भगवान श्रीकृष्ण डोले में सवार हो कर जैसे ही मंदिर से निकले चारों ओर ‘आलकी की पालकी…जय कन्हैया लाल की…’, ‘प्रभु आप की जय हो…’ तथा ‘कौन हमारे साथ है.. चारभुजा के नाथ है..’ के जयघोष से गूंजने लगा।
वही जयघोष के साथ सुगंधित रंग-बिरंगा गुलाल और पुष्प वर्षा ने ग्राम को अपने रंग में रंग दिया। बैंडबाजे और डीजे पर बज रहे मधुर भजन आयोजन को और भक्तिमय बना रहे थे। डोल ग्यारस के इस पर्व में जिले के अलावा इंदौर, धार, देवास, खरगोन, बड़वानी के साथ ही गुजरात, महाराष्ट्र, राजस्थान के श्रद्धालु भी बड़ी संख्या में पहुंचे।
कैबिनेट मंत्री नागरसिंह चौहान भी दर्शन करने पहुँचे-
इस अवसर पर कई जनप्रतिनिधि भी उक्त महोत्सव में पहुँचे। जिसमे मध्यप्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री नागरसिंह चौहान, भाजपा जिला अध्यक्ष मकु परवाल, विशाल रावत, पूर्व विधायक मुकेश पटेल, पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष महेश पटेल, कांग्रेस जिलाध्यक्ष ओम प्रकाश राठौड़ आदि सहित क्षेत्र के हजारों श्रद्धालुओं ने खट्टाली पहुंचकर भगवान श्री चारभुजा नाथ को शीश नवाया।
चल समारोह में घोड़े पर सवार लाभार्थी भगत गाडरिया पलासदा व अभयसिंह जमरा खट्टाली इस समारोह की पताका थामकर शोभायात्रा की अगुवाई कर रहे थे। तो वही बग्घी पर सवार लाभार्थी संजय चौहान खट्टाली ने श्रद्धालुओं पर गुलाल उड़ाया। ग्रामीण घरों की छतों से पूरे चल समारोह पर गुलाल व पूष्प बरसाते हुवे नजर आए। जोबट रोड पर रमेश राठौड़ परिवार और स्थानीय निवासियों ने भक्तों का स्वागत ठंडाई पिलाकर किया। चल समारोह हथनी नदी किनारे शिवघाट पहुंचा, जहां भगवान श्रीकृष्ण का जलाभिषेक किया गया। इसके बाद डोला आरती हुई और प्रसादी का वितरण किया गया। इसके बाद चल समारोह फिर श्री चारभुजानाथ मंदिर प्रांगण पहुंचा, जहां पर महाआरती हुई और फलाहारी खिचड़ी का प्रसाद बांटा गया।
यूं तो चारभुजा मंदिर में सभी प्रमुख त्योहारों के अलावा प्रतिएकादशी, अमावस्या और पूर्णिमा तिथि पर भगवान का विशेष श्रृंगार किया जाता है। किन्तू डोल ग्यारस पर्व पर भगवान चारभुजा ने छः स्वरूपों में भक्तों को दर्शन देकर कृतार्थ किया। ज्ञात हो कि इस पर्व की तैयारियां करीब एक माह पूर्व ही शुरू हो गईं थीं। ग्राम के व्यवसायी और ग्रामीण शनिवार को पूरा दिन श्रद्घालुओं की सेवा में जुटे रहे। प्रशासन ने पर्व को लेकर सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए गए थे।
जिला पुलिस अधीक्षक राजेश व्यास के मार्गदर्शन में एसडीओपी नीरज नामदेव, चौकी प्रभारी शंकरसिंह जमरा भारी पुलिस बल के साथ ग्राम में उपस्थित रहे। वहीं हथनी नदी किनारे व पुल पर भी पुलिस के विशेष इंतजाम रहे।
यहां विशेष बात यह थी कि डोल ग्यारस पर्व पर बनने वाला 5 क्विंटल विशेष प्रसाद श्री सांवरिया सेठ मंदिर राजस्थान से आए हलवाई द्वारा तैयार किया गया था। इसे मठड़ी, सागर और लड्डू के नाम से जाना जाता हैं। इस प्रसाद का स्वाद भी अनूठा होता है। जिसे श्रद्धालुओ ने मंदिर में दर्शन उपरांत सशुल्क प्राप्त किया। प्रसाद की बिक्री शुरू होने के साथ ही मंदिर परिसर में प्रसाद काउंटर पर लंबी कतारें लग गई थी। जिसे खरीदने को लेकर श्रद्धालुओ में खासा उत्साह देखने को मिला।
महोत्सव से पहले 13 सितंबर की रात 8 बजे भजन संध्या हुई। जिसमे प.पु. गुरुदेव संत श्री नागर जी महाराज के प्रिय भक्तजन आदिवासी भाइयों बहनों द्वारा शानदार धर्ममयी भजनों की प्रस्तुति दी गई। इस अवसर पर विशेष अतिथि के रूप में पधारे जोबट एसडीओपी नीरज नामदेव व जिला परिवहन अधिकारी कृतिका नामदेव ने श्री चारभुजा नाथ जी के दर्शन कर भजन संध्या में उपस्थित होकर आनन्द लिया।
वही डोल ग्यारस पर्व की रात 9 बजे भव्य भजन गंगा हुई। जिसमें मनोज खींची राजस्थानी श्री म्यूजिकल ग्रुप कोटड़ी, प्रतापगढ, राजस्थान टीम द्वारा भजनों की प्रस्तुति दी गई।
श्री चारभुजा नाथजी की पोशाक के लाभार्थी-
- मंगला आरती स्व. सेंठ श्री धनराजजी बापूलालजी परवाल एवं परवाल परिवार खट्टाली।
- श्रंगार आरती श्री रविन्द्रजी, श्री जितेन्द्रजी राठौड़ श्री सॉई एजेंसी जोबट।
- राजभोग आरती श्री तरुण कुमारजी बृजमोहनजी मालपानी लिमखेड़ा (गुजरात)।
- उत्थापन आरती श्री सुरेशजी, नरेशजी माणकलालजी शारडा आलीराजपुर।
- महाआरती श्री धन्नालालजी बाबुलालजी राठौड़ खट्टाली।
- शयन आरती स्व. श्री केशवलालजी चंपालालजी कोठारी आलीराजपुर (बडौदा)।