MAAC एनीमेशन इंस्टिट्यूट में ओपन सोर्स इंटेलिजेंस पर विशेषज्ञ सत्र का आयोजन
इंदौर। MAAC एनीमेशन इंस्टिट्यूट में डिजिटल मीडिया विद्यार्थियों के लिए “ओपन सोर्स इंटेलिजेंस इन डिजिटल मीडिया एंड कंटेंट क्रिएशन” विषय पर एक विशेषज्ञ सत्र का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम निदेशक श्री अमित मोदी और श्री महेंद्र सिसोदिया के मार्गदर्शन में संपन्न हुआ। इस अवसर पर राष्ट्रीय स्तर के साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ प्रो. गौरव रावल ने 232वें सत्र के दौरान विद्यार्थियों और प्रोफेसरों को साइबर अपराध और साइबर सुरक्षा से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की।
प्रो. रावल ने सत्र के दौरान बताया कि “डिजिटल फुटप्रिंट, अर्थात इंटरनेट पर छोड़ी गई जानकारी, कभी भी पूरी तरह नष्ट नहीं की जा सकती।” उन्होंने विद्यार्थियों को सोशल नेटवर्किंग प्रोफाइल को निजी रखने, हर 12 माह में पासवर्ड बदलने, और साइबर हाइजीन का पालन करने की सलाह दी।
उन्होंने डिजिटल फुटप्रिंट्स के महत्व को समझाने के लिए केस स्टडी का उपयोग किया और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर सुरक्षा और गोपनीयता बनाए रखने के लिए आवश्यक उपायों की जानकारी दी। साथ ही, गूगल एक्टिविटी, पासवर्ड सिक्योरिटी और डिजिटल लॉकर के महत्व पर प्रकाश डाला।
सत्र में प्रो. रावल ने की-लॉगर जैसे नवीनतम साइबर अपराध के तरीकों पर भी चर्चा की और साइबर धोखाधड़ी की स्थिति में राष्ट्रीय साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930, स्थानीय पुलिस, क्राइम ब्रांच या राज्य साइबर सेल को तुरंत रिपोर्ट करने की अपील की। उन्होंने यह भी बताया कि www.cybercrime.gov.in के माध्यम से ऑनलाइन रिपोर्ट दर्ज कराई जा सकती है।
कार्यक्रम में 100 से अधिक डिजिटल मीडिया विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। कार्यक्रम का संयोजन सेंटर हेड श्री दीपेंद्र नागर ने किया। अंत में, प्रो. रावल ने विद्यार्थियों के सवालों का समाधान करते हुए उन्हें साइबर सुरक्षा के प्रति सजग रहने का संदेश दिया। यह सत्र डिजिटल मीडिया के छात्रों के लिए साइबर सुरक्षा और जागरूकता का एक महत्वपूर्ण मंच साबित हुआ।