विजय मालवी/विशाल चौहान ✍️
बड़ी खट्टाली । सावन मास की अमावस्या तिथि को प्रतिवर्ष क्षेत्र में दस दिवसीय दशामाता स्थापना उत्सव मनाया जाता है। माता की प्रतिमा स्थापित कर घर परिवार तथा संपूर्ण क्षेत्र में खुशाली की कामना की जाती है। इस वर्ष भी 4 अगस्त रविवार को दशा माता की स्थापना की गई।
ढोल धमाको की धुन पर जुलूस निकालकर मां की अगवानी की गई
स्थापना के पूर्व पूर्ण सम्मान के साथ ढोल धमाको धुन पर जुलूस निकाला जाकर मां की अगवानी की गई तथा पूर्ण विधि विधान से दशा माता को दस दिनों के लिए स्थापित किया गया। जहां पर प्रतिदिन सुबह शाम आरती तथा भजन गीत संगीत का आयोजन किया जाएगा।
दस दिवसीय दशा माता की व्रत-आराधना के दौरान व्रतधारी कन्याएं, युवतियां एवं महिलाएं गीत गाकर माता से जीवन में दशा और दिशा सुधारने की कामना व्यक्त करेंगी। इस दौरान वे दस दिवस तक व्रत-उपवास रखेगी। इन दस दिनों तक क्षेत्र में दशा माता की भक्ति की गंगा बहेगी। दस दिन बाद माता की पूजा आरती के बाद मूर्ति का विसर्जन किया जाएगा।